Sunday, 13 March 2016

JNU में कन्हैया पर हमला: बाल पकड़कर घसीटने वाले ने कहा- सबक सिखाने आया हूं

कन्हैया पर हमला करने वाला विकास।

कन्हैया पर हमला करने वाला विकास।
 
नई दिल्ली. JNU स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया पर यूनिवर्सिटी कैम्पस में ही एक शख्स ने गुरुवार को हमला कर दिया। विकास नाम के शख्स को पकड़ लिया गया है और कैम्पस में ही एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग में रखा गया है। विकास कन्हैया के बयानों से नाराज था और इसका बदला लेने वहां पहुंचा था।कन्हैया के बाल 
 
 
पकड़कर घसीटा...
 
- सूत्रों के मुताबिक, विकास नाम का यह शख्स ऑटो से जेएनयू कैम्पस पहुंचा था।
- आमतौर पर कैम्पस में जाने के लिए यूनिवर्सिटी से जुड़े किसी शख्स से एंट्री परमिशन दिलानी पड़ती है। लेकिन विकास ऑटो से उतरकर सीधा कैम्पस में पहुंच गया था।
- सिक्युरिटी गार्ड्स ने भी उससे कोई पूछताछ नहीं की।
- बताया जा रहा है कि कैम्पस में पहुंचते ही विकास ने कन्हैया पर हमला बोल दिया और उसके बाल पकड़कर कुछ दूर तक घसीटा।
- इसके बाद कन्हैया के साथियों ने उसे पकड़ लिया और एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग में ले गए।
- JNU की तरफ से पुलिस को घटना की इन्फॉर्मेशन दे दी गई है।

 
कन्हैया को मारने वाले पर रखा था 11 लाख का इनाम
 
- हाल ही में जेएनयू कैम्पस में कन्हैया कुमार को गोली मारने पर 11 लाख रुपए के इनाम देने वाले पोस्टर लगाए जाने का मामला सामने आया था।
- ये पोस्टर पूर्वांचल सेना नाम के किसी संगठन और उसके हेड आदर्श शर्मा के नाम से लगाए गए थे।
- हालांकि, पुलिस ने पूर्वांचल सेना के प्रेसिडेंट आदर्श कुमार को अरेस्ट कर लिया है।
- पुलिस ने बताया कि 11 लाख रुपए का इनाम देने का एलान करने वाले आदर्श के अकाउंट में सिर्फ 150 रुपए थे।
- पुलिस आदर्श को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
- शर्मा के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में दिल्ली प्रिवेंशन ऑफ डिफेसमेंट ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट के तहत केस रजिस्टर किया गया है।
- हाल ही में कन्हैया के खिलाफ वूमन हेरेसमेंट का भी एक मामला सामने आया है। इस मामले में उसे साढ़े 3 हजार का जुर्माना भरना पड़ा था।
- शिकायत करने वाली महिला उस वक्त डीयू में टीचर थी। अब वह जेएनयू में टीचर है।
 
हाल ही में सामने आया था कन्हैया का सेना पर बयान देने वाला वीडियो
 
- दो दिन पहले कन्हैया कुमार का नाम एक और विवाद जुड़ था। इसमें मीडिया में आए एक वीडियो में कन्हैया कश्मीर में सिक्युरिटी फोर्सेस के बारे में आपत्तिजनक बयान देते सुना गया है।
- वीडियो में कन्हैया कह रहा है, "हम सैनिकों का सम्मान करते हुए यह बात बोलेंगे कि कश्मीर में महिलाओं का बलात्कार किया जाता है सुरक्षा बलों द्वारा।" हालांकि, ये वीडियो कब का है, इसका पता नहीं चल पाया है।
- इससे पहले राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार कन्हैया को 4 मार्च को रिहा किया गया था।
- उसके बाद कैम्पस लौटने पर उसने भाषण दिया था- "अफजल भी देश का नागरिक था, लेकिन मेरा आइकॉन रोहित है।"
विकास को सिक्युरिटी गार्ड ने पकड़ा।
   विकास को सिक्युरिटी गार्ड ने पकड़ा।
 
कन्हैया ने कहा था- जेएनयू में पढ़ने वाला देशद्रोही नहीं हो सकता
 
- कन्हैया ने कहा था, ''मीडिया लोकतंत्र का फोर्थ पिलर है। जेएनयू लोकतंत्र के लिए खड़ा होने वाला संस्थान।''
- ''जो टैक्स आप देते हैं, उसकी सब्सिडी से हम पढ़ते हैं।''
- ''जेएनयू में पढ़ने वाला कोई देशद्रोही नहीं हो सकता।''
- ''मैं मानता हूं कुछ काले बादल हैं। लेकिन काले बादल के बाद खुशहाली की बारिश होती है। सूखा खत्म होता है।"
- ''ये काले बादल लाल सूरज को छिपा नहीं पाएंगे। हम संविधान की हर बात को सच में उतारेंगे।''
- ''संविधान कहता है- समानता, भाईचारा, लोकतंत्र, समाजवाद। सीमा पर जो जवान लड़ रहा है, जो किसान मर रहा है, उसकी बात की जानी चाहिए। रोहित वेमुला की शहादत बेकार नहीं जाएगी।''

 
क्या है जेएनयू विवाद?
 
जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन का प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार (फाइल)
   जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन का प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार (फाइल)
 
- जेएनयू में 9 फरवरी को लेफ्ट स्टूडेंट्स के ग्रुप्स ने संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया था। इसे कल्चरल इवेंट का नाम दिया गया था।
- साबरमती हॉस्टल के सामने शाम 5 बजे उसी प्रोग्राम में कुछ लोगों ने देश विरोधी नारेबाजी की। इसके बाद लेफ्ट और एबीवीपी स्टूडेंट्स के बीच झड़प हुई।
- 10 फरवरी को नारेबाजी का वीडियो सामने आया। दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया।
- इसके बाद जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को अरेस्ट कर लिया गया। जबकि खालिद फरार हो गया था।
- बाद में पता चला कि वह जेएनयू कैम्पस में ही था। कुछ दिन बाद उसने सरेंडर कर दिया। वह अभी ज्यूडिशियल कस्टडी में है।
- वहीं, कन्हैया कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने 6 महीने की इंटरिम बेल दी है। इसी के बाद वह तिहाड़ जेल से छूटा है।

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